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321. रामराये ने औरँगजेब को खुश करने के लिए गुरूबाणी को गल्त तरीके से बोला, वह गुरूबाणी की कौन सी लाइनें थीं ?

  • सही गुरूबाणी:
    मिटी मुसलमान की पेड़ै पइ कुमिआर ।।
    रामराये द्वारा बोली अशुद्ध बाणी:
    मिटी बेईमान की पेड़ै पइ कुमिआर ।।

322. मिटी मुसलमान की पेड़ै पइ कुमिआर ।। घरि भांडे इटां कीआ जलदी करे पुकार ।। इसका अर्थ क्या है ?

  • अर्थ– हिन्दु पार्थिव शरीर को तुरन्त जला देते हैं, परन्तु मुसलमान के शव की जब मिट्टी बन जाती है, तो उसकी कब्र की चिकनी मिट्टी को कुम्हार, बर्तन, ईंटे इत्यादि बनाकर भट्टी में बाद में जलाते हैं। मिट्टियाँ ही जलती हैं, यह उस प्रकृति का नियम है।

323. श्री गुरू हरिराये साहिब जी ने अपने पुत्र रामराये द्वारा गुरूबाणी का निरादर करने पर उसे बेदखल कर दिया, तब औरँगजेब ने क्या किया ?

  • रामराये को यमुना व गँगा नदी के बीच का पर्वतीय क्षेत्र भेंट कर दिया, जिसे देहरादून कहते हैं।

324. श्री गुरू हरिराये जी जोती जोत कब समाये ?

  • 1661 ईस्वी

325. आठवें गुरू हरिकिशन जी का जन्म कब हुआ था ?

  • 1656 ईस्वी

326. श्री गुरू हरिकिशन जी को जब गुरूगदी मिली या जब वो गुरू बने, उस समय उनकी आयु क्या थी ?

  • 5 वर्ष

327. श्री गुरू हरिकिशन जी को किस सम्राट ने दिल्ली आने का निमँत्रण भेजा ?

  • औरँगजेब ने

328. अम्बाला शहर के निकट पँजोखरा नामक स्थान पर श्री गुरू हरिकिशन जी ने क्या चमत्कार किया ?

  • झींवर छज्जू राम, जो गूँगा, बहरा और अनपढ़ था, उससे गीता के अर्थ करवाये।

329. राजा जयसिंह की रानी ने गुरू जी की किस प्रकार से परीक्षा ली ?

  • उसके मन में एक विचार आया कि यदि बालगुरू पूर्ण गुरू हैं तो मेरी गोदी में बैठे। उसने अपनी इस परीक्षा को किर्यान्वित करने के लिए बहुत सारी सखियों को भी आमँत्रित कर लिया था। जब महल में गुरूदेवका आगमन हुआ तो वहाँ बहुत बड़ी सँख्या में महिलाएँ सजधज कर बैठी हुईं गुरूदेव जी की प्रतीक्षा कर रही थीं। गुरूदेव सभी स्त्रियों को अपनी छड़ से स्पर्श करते हुए कहते गये कि यह भी रानी नहीं, यह भी रानी नहीं, अन्त में उन्होंने रानी को खोज लिया और उसकी गोद में जा बैठे।

330. वह कौनसा गुरूद्वारा साहिब है, जहाँ पर मिरजा राजा जयसिंह का बँगला था और इस स्थान पर श्री गुरू हरिकिशन जी रूके थे, जब वो दिल्ली आये थे ?

  • गुरूद्वारा श्री बँगला साहिब जी

331. श्री गुरू हरिकिशन जी जोती जोत कब समाये ?

  • 1664 ईस्वी

332. श्री गुरू हरिकिशन साहिब जी जब जोती जोत समाये, तब उनकी आयु क्या थी ?

  • 8 वर्ष

333. वो कौनसा गुरूद्वारा साहिब है, जिस स्थान पर श्री गुरू हरिकिशन साहिब जी का अन्तिम सँस्कार किया गया ?

  • गुरूद्वारा श्री बाला साहिब जी

334. श्री गुरू हरिकिशन जी ने जोती जोत समाने से पूर्व आखिरी शब्द क्या बोला था ?

  • बाबा बसे ग्राम बकाले

335. बाबा बकाले का क्या अर्थ है ?

  • बाबा बकाले, जो उन्होंने अपने बड़े बाबा के लिए बोला था, जो कि श्री गुरू तेग बहादर साहिब जी के लिए बोला था, जो कि उस समय ग्राम बकाले में थे।

336. ग्राम बकाले में सोढी परिवार के कितने सदस्य नकली गुरू बनकर बैठे थे ?

  • 22 (बाईस)

337. किसने ग्राम बकाले में असली गुरू को खोजा ?

  • भाई मक्खन शाह

338. नौवें गुरू, श्री गुरू तेग बहादर साहिब जी का जन्म कब हुआ था ?

  • 1621 ईस्वी

339. श्री गुरू तेग बहादर साहिब जी का जन्म किस स्थान पर हुआ था ?

  • श्री अमृतसर साहिब जी

340. श्री गुरू तेग बहादर जी की पत्नि का क्या नाम था ?

  • माता गुजरी जी

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 
     
     
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